तुझे देखा तो यह माना
की तू सोने की मूरत है
तुझे जाना तो यह पहचाना
कि तू कितनी खूबसूरत है
मैं तो हो गया हूँ घायल
जबसे देखी तेरी नजाकत है
तेरी निगाहों ने कर दिया है कायल
बस एक ये ही शिकायत है
देख के तेरा चेहरा इतना भोला
सूझे मुझे भी पल पल शरारत है
जिस रोग ने बना दिया मुझे दीवाना
वोह तेरी याद ए मोहब्बत है
इतना इंतज़ार न करवाओ
कि अभी दूर वो शुभ मुहूरत है
बस जल्दी से तुम आ जाओ
कि अब मुझे तेरी जरुरत है