अपनी बनावटी मुस्कान दिखाने
गली गली शोर मचाने ।
पांच साल पूरे होने के बहाने
लो आ गया मैं वोट मांगने ।।
बिन वजह झूठी हमदर्दी जताने
साथ में मगरमच्छ के आंसू बहाने ।
पुराने जख्मो को फिर खुरेदने
लो आ गया मैं वोट मांगने ।।
झूठे वादों कसमो के गुण गाने
उज्जवल भविष्य के सपने दिखाने ।
सबके जनतांत्रिक अधिकार को चुराने
लो आ गया मैं वोट मांगने ।।
अपने नेताओ की तारीफ करने
दूसरो के अछे कर्मो को अपना बताने ।
और तुम्हे अपनी बातो में नचाने
लो आ गया मैं वोट मांगने ।।
कुछ नोट दिखाकर वोट खरीदने
साड़ी कम्बल देके उल्लू बनाने ।
कुर्सी के चक्कर में देश डुबाने
लो आ गया मैं वोट मांगने ।।