जो दिल की धड़कन पहचान ले
वोह गालो में लाली नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी को जीना सीख ले
वोह उसमे अपने पसंदीदा रंग नहीं ढूँढता
जो खुदा की दिखाई राह पे चल पड़े
वोह मस्जिद और मंदिर नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी को जीना सीख ले
वोह हर गली अल्लाह राम नहीं ढूँढता
जो अपने काम में दिल लगाने सीख ले
वोह दिन के बाद शाम नहीं ढूँढता
जो जिंदगी को जीना सीख ले
वोह शराब में अपना जाम नहीं ढूँढ़ता
जो मुश्किलों में खड़ा रहना सीख ले
वोह दूसरो में अपना सहारा नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी को जीना सीख ले
वोह हर समुन्दर का किनारा नहीं ढूँढता
जो मंजिल मंजिल मुसकाना सीख ले
वोह हँसने के लिए चुटकुले नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी को जीना सीख ले
वोह दूसरो में अपनी पहचान नहीं ढूँढता
जो मौसम का आनंद लेना सीख ले
वोह बारिश में छाता नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी को जीना सीख ले
वोह रात में सूरज दिन में चाँद नहीं ढूँढता
जो जीवन की शायरी पहचान ले
वोह हर लम्हे में उसका अर्थ नहीं ढूँढता
जो ज़िन्दगी का जीना सीख ले
वोह हर कविता के लिए शब्द नहीं ढूँढता